पूज्य महाकच्चन (वीगन) पर महाकच्चनभद्देकरत्तसुत्त, 2 का भाग 22025-08-30ज्ञान की बातेंविवरणडाउनलोड Docxऔर पढो“और आप वर्तमान में उत्पन्न घटनाओं के बीच कैसे नहीं लड़खड़ाते? आँखें और दृष्टि दोनों ही वर्तमान में जागृत हैं। यदि चेतना वर्तमान में इच्छा और वासना के साथ बंधी नहीं रहती, तो आप उसमें आनंद नहीं लेते...”